नालको ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए भौतिक और आर्थिक दोनों मानदंडों पर पिछले सारे रिकार्ड तोड़े

calender22/09/2022

 

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  • ₹14,181 करोड़ के साथ अब तक का उच्चतम बिक्री कारोबार तथा ₹2,952 करोड़ का अब तक सर्वाधिक कर पश्चात लाभ
  • 75,11,075 मैट्रिक टन का अब तक का उच्चम बॉक्साइट उत्पादन तथा 4,60,000 टन का अब तक का उच्चम एल्यूमिनियम कास्ट धातु उत्पादन

भुवनेश्वर, 22/09/2022: आज यहाँ आयोजित 41वीं वार्षिक साधारण बैठक में, सार्वजनिक क्षेत्र के  ‘नवरत्न’ लोक उद्यम नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) के शेयरधारकों ने ₹14,181 करोड़ के बिक्री कारोबार तथा ₹2,952 करोड़ के सर्वाधिक कर पश्चात लाभ के साथ 2021-22 के वार्षिक खातों को मंजूरी दी। बोर्ड द्वारा अनुशंसित 30% यानि 1.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश को भी अनुमोदन प्रदान किया गया। घोषित और भुगतान किए गए अंतरिम लाभांश और आज स्वीकृत अंतिम लाभांश के साथ चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का कुल 130% लाभांश स्थापना के बाद से अब तक का सर्वाधिक है।

वित्त वर्ष 2021-22 में, नालको ने प्रद्रावक संयंत्र के समस्त 960 पॉट को संचालित करते हुए स्थापना से लेकर अब तक में पहली बार 100% क्षमता उपयोग के साथ उच्चतम 4,60,000 टन कास्ट धातु उत्पादन हासिल किया। इसी प्रकार, खान व परिशोधन संकुल, दामनजोड़ी में 75,11,075 मैट्रिक टन के बेंचमार्क को दर्ज करते हुए अब तक का सर्वाधिक बॉक्साइट उत्पादन हासिल किया।

इस अवसर पर, वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से शेयरधारकों को संबोधित करते हुए, श्री श्रीधर पात्र, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, नालको ने कहा कि नालको के व्यावसायिक उत्कृष्टता की यात्रा में वित्त वर्ष 2021-22 ऐतिहासिक रहा है। भौतिक तथा आर्थिक मोर्चों पर अब तक के उच्चतम बेंचमार्क दर्ज करने के अतिरिक्त, कंपनी ने अभूतपूर्व लक्ष्यों को हासिल करने के साथ स्थापना से लेकर अब तक के पिछले कई रिकार्ड तोड़े।

उन्होंने कहा, “महामारी जनित प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए शानदार परिणाम सामूहिक रूप से नालको द्वारा प्रदर्शित असाधारण गुण का प्रमाण है। विभिन्न उत्पादक सामग्रियों की लागत में मुद्रास्फीति, कोयला संकट और एलएमई कीमतों में अनिश्चितता के बावजूद, कंपनी दुनिया में बॉक्साइट और एल्यूमिना की सबसे कम लागत वाली उत्पादक होने के गौरव को बनाए रखने में सक्षम रही है।”

कंपनी के भविष्य की योजनाओं को उल्लेखित करते हुए श्री पात्र ने कहा कि कंपनी को वित्त वर्ष 2022-23 में उत्कल-डी कोल ब्लॉक के परिचालित होने की आशा है, जिससे हमें हाल के दिनों में आए कोयला संकट जैसी परिस्थितियों से निपटने में मदद मिलेगी तथा उच्च ऊर्जा आधारित प्रद्रावक संयंत्र को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान हो सकेगा। श्री पात्र ने संयुक्त उद्यम के माध्यम से मैसर्स गुजरात एल्कलाइज एण्ड केमिकल लि. के साथ कास्टिक सोडा संयंत्र के कमीशनिंग तथा परिचालन होने की भी सूचना दी। श्री पात्र ने कहा, “कास्टिक सोडा की पहली खेप एल्यूमिना परिशोधक में प्राप्त हो चुकी है तथा कास्टिक सोडा संयंत्र के परिचालन से हमारे परिशोधक में महत्वपूर्ण कच्चे माल हेतु अत्यावश्यक कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।”