केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा नालको, अनुगुळ में प्रबंधन शिक्षा केंद्र का उद्घाटन

calender05/03/2024
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  • केंद्र लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में बढ़ती कौशल मांग को पूरा करेगा
  • आईआईएम मुंबई और आईआईएम संबलपुर संयुक्त रूप से पीएम गति शक्ति कार्यक्रम के तहत केंद्र में शिक्षा प्रदान करेंगे
  • केंद्र का लक्ष्य आईटी सक्षम शिक्षा प्रदान करके लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना है, जिससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद मिलेगी
  • प्रबंधन शिक्षा केंद्र से अनुगुळ, ढेंकनाल और ओडिशा के कार्यबल को लाभ होगा
  • लॉजिस्टिक्स प्रबंधन और लॉजिस्टिक्स इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम अनुगुळ जैसे औद्योगिक जिले की आवश्यकता को पूरा करेगा
  • पहले चरण में, केंद्र तीन, छह और एक वर्ष की अवधि के पीजीपीएक्स पाठ्यक्रम शुरू करेगा
  • माननीय प्रधान मंत्री द्वारा खनन नीतियों में सुधार और पारदर्शिता के कारण, अनुगुळ और ढेंकनाल जिले लाभान्वित हुए हैं

अनुगुळ/ भुवनेश्वर, 05.03.2024 : श्री धर्मेंद्र प्रधान, माननीय केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री द्वारा श्री श्रीधर पात्र, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नालको की उपस्थिति में अनुगुळ स्थित नालको प्रशिक्षण संस्थान में, आईआईएम मुंबई और आईआईएम संबलपुर के प्रबंधन शिक्षा केंद्र का उद्घाटन किया गया।

इस अवसर पर माननीय केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अनुगुळ औद्योगिक गतिविधियों में समृद्ध है तथा कोयला  उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। रेल और सड़क बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है और इसी क्रम में, पीएम गति शक्ति कार्यक्रम को नए उद्घाटन किए गए प्रबंधन शिक्षा केंद्र के साथ गति प्रदान की जा रही है। डिजिटलीकरण के माध्यम से लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला गतिविधियों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इस क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारियों के विशेष कौशल में सुधार से लॉजिस्टिक क्षेत्र का अपेक्षित विकास होगा।

अनुगुळ स्थित नालको परिसर में स्थापित यह प्रबंधन शिक्षा केंद्र हमारे राज्य के लॉजिस्टिक क्षेत्र के लिए आवश्यक कौशल मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह केंद्र अनुगुळ और ढेंकनाल जिले तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ओडिशा के सभी उद्योगों के लिए भी लाभप्रद होगा।

उल्लेखनीय है कि यह प्रबंधन केंद्र लॉजिस्टिक्स और ऑपरेशन पर तीन और छह महीने का कोर्स कराएगा। यह एक साल का कार्यकारी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी प्रदान करेगा। पाठ्यक्रम संरचना आईआईएम द्वारा उद्योगों के परामर्श से डिजाइन की गई है। यह केंद्र समय-समय पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए नए पाठ्यक्रम भी पेश करेगा।

नालको और एमसीएल इन क्षेत्रों में कार्यरत दो प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में से हैं। एमसीएल ने पहले ही एक समझौते पर हस्ताक्षर कर दिया है और इस पाठ्यक्रम के लिए प्रत्येक बैच में चालीस अधिकारियों का चयन किया है। इसी तरह, नालको ने कक्षाएं, कार्यालय, आवास और लॉजिस्टिक्स प्रदान करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी देश को अगले 25 वर्षों में विकसित बनाने के लिए सभी पहलुओं को विशेष प्राथमिकता दे रहे हैं। माननीय केंद्रीय मंत्री ने कहा, खनन नीतियों में सुधार के कारण अनुगुळ और ढेंकनाल जिलों को काफी लाभ प्राप्त हो रहा है।

इस अवसर पर अन्य लोगों में, आईआईएम मुंबई के निदेशक प्रोफेसर मनोज कुमार तिवारी, आईआईएम संबलपुर के प्रोफेसर महादेव जयसवाल, एमसीएल के निदेशक (कार्मिक) श्री केशव राव और नालको के कार्यपालक निदेशक (प्रद्रावक एवं विद्युत ) श्री अमिय कुमार स्वाईं विशेष रूप से उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि इस पहल से अनुगुळ, ढेंकनाल, संबलपुर, देवगढ़, बरगढ़, झारसुगुड़ा और कटक सहित विभिन्न जिलों में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।

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