अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक
श्री श्रीधर पात्र 17 दिसंबर 2019 से कंपनी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक नियुक्त हुए हैं।
श्री श्रीधर पात्र, निदेशक (वित्त) के ओहदे पर कंपनी से दिनांक – 01.09.2018 को जुड़े। श्री पात्र को दिनांक – 01.12.2019 से ही कंपनी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार प्राप्त था। नालको में अपनी सेवा आरंभ करने से पूर्व, आपने टीएचडीसी में निदेशक (वित्त) के तौर पर पाँच वर्षों से भी अधिक सेवा प्रदान की है। 12.10.1964 को जन्मे, श्री पात्र भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान के सदस्य एवं उत्कल विश्वविद्यालय के रैंक होल्डर ग्रेजूएट हैं। श्री पात्र एक बेहतरीन वित्त व लेखा वृत्तिक हैं, जिन्होंने परिणाम-गामी एवं समूह-विषयक नेतृत्व के साथ संस्था…
श्री सतेन्द्र सिंह 1995 बैच के झारखंड कैडर के आई.ए.एस. हैं। वर्तमान में वे खान मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
श्री सिंह ने झारखंड राज्य सरकार में विभिन्न क्षमताओं में कार्य किया। उन्होंने भूमि राजस्व प्रबंधन और जिला प्रशासन के लिए जिला स्तर पर काम किया। उन्हें झारखंड में पंचायती राज / स्थानीय स्वशासन, परिवहन और सूचना प्रौद्योगिकी विभागों में निदेशक के स्तर पर सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में आने से पूर्व राज्यपाल के प्रधान सचिव के साथ राज्य के सचिव (व्यय), वित्त का अतिरिक्त प्रभार भी रहा।
श्री सिंह ने रुड़की विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स में बी.ई. की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न अल्पावधि पाठ्यक्रमों में भाग लिया है।
श्री सिंह को सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने का प्रचुर अनुभव है।
श्री संजय लोहिया, 1994 बैच के आईएएस अधिकारी (असम मेघालय कैडर) ने अक्तूबर 2020 में संयुक्त सचिव, खान मंत्रालय का पदभार ग्रहण किया। आप दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के उपरान्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (भा.प्र.से.) में शामिल हुए। संयुक्त सचिव, खान मंत्रालय में नियुक्ति से पूर्व आप मुख्यमंत्री, असम सरकार के प्रधान सचिव रहे। आपने असम सरकार में विभिन्न क्षमताओं से कार्य किया है। आपने प्रधानमंत्री कार्यालय, भारत सरकार में निदेशक के पद पर भी कार्य किया है, इससे पूर्व आप वर्ष 2011-2016 के दौरान संयुक्त सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय रहे। असम सरकार में अपने कार्यकाल के दौरान आपने विभिन्न विभागों जैसे – वित्त, कृषि एवं शहरी विकास में विभिन्न क्षमताओं से कार्य किया है एवं आपके पास व्यापक अनुभव है।
श्री प्रदीप कुमार मिश्र 23.04.2018 को निदेशक (वाणिज्यिक) के रूप में कंपनी से जुड़े।
12.02.1961 को जन्मे, श्री प्रदीप कुमार मिश्र उत्कल विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर हैं। भारतीय इस्पात प्राधिकरण में वर्ष 1983 में उन्होंने प्रबंधन प्रशिक्षु रूप में विृत्तक आजीविका के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की। वे विपणन प्रबंधन के क्षेत्र में अपने साथ गहन एवं विविध अनुभव लेकर आए हैं। भारतीय इस्पात प्राधिकरण में 35 वर्षों अपने सेवाकाल के दौरान वे भारतीय इस्पात प्राधिकरण के तीन क्षेत्रों में क्षेत्रों क्षेत्रीय प्रबंधक बनने सहित विभिन्न पदो पर तैनात थे। उन्होंने कार्यपालक निदेशक के रूप में 3 वर्षों के लिए, भारतीय इस्पात प्राधिकरण के समतल उत्पादो के घरेलू विपणन की अगुआई की। श्री िमश्र को भारतीय इस्पात प्राधिकरण में विपणन क्षेत्र में उनके असाधारण अंशदान के लिए गौरवािन्वत जवाहर पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
श्री राधाश्याम महापात्र 01.01.2020 से निदेशक (मानव संसाधन) के रूप में कंपनी से जुड़े।
श्री महापात्र को विभिन्न क्षमताओं में विद्युत, तेल और कोयला क्षेत्रों में गहन अनुभव है तथा उन्होंने सफलतापूर्वक विविध और उच्चतर जिम्मेदारियों का वहन किया है। वह खलीकोट कॉलेज, ब्रह्मपुर, ओडिशा से भौतिकी स्नातक हैं तथा उन्होंने बेरहामपुर विश्वविद्यालय से इंडस्ट्रियल रिलेशन एंड लेबर वेलफेयर में स्नातकोत्तर की है। श्री महापात्रो ने कई क्षेत्रों के मानव संसाधन कार्यों को संभाला है। एनएचपीसी, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने सामूहिक कार्य करने के माध्यम से उत्पादक कार्य संस्कृति की शुरुआत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्री महापात्र की रुचि के क्षेत्रों में उत्पादकता में सुधार, मानव विकास, कौशल विकास के माध्यम से रोजगार का सृजन, खेल, संस्कृति और मानव गरिमा में सुधार शामिल हैं। उन्होंने समुदायों की आवश्यकता और आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए प्रशासन में सुधार हेतु लगन से काम किया है। उनकी विशिष्टता में पारदर्शिता, नेतृत्व और सामूहिक कार्य शामिल है।
श्री मनसा प्रसाद मिश्र ने निदेशक (परियोजना एवं तकनीकी) के तौर पर कंपनी में दिनांक 01.11.2020 को पदभार ग्रहण किया।
19.07.1963 को जन्मे श्री मनसा प्रसाद मिश्र ने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बुर्ला से यांत्रिक अभियांत्रिकी में अपना स्नातक पूर्ण किया। वे 1984 में स्नातक प्रशिक्षु अभियंता के रूप में नालको से जुड़े। नालको में अपने साढ़े तीन दशक के लम्बे कार्यकाल के दौरान, श्री मिश्र ने एल्यूमिनियम तकनीकी के क्षेत्र में तकनीकी अपनाने से लेकर धरातल पर लागू करने तक महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्री मिश्र के पास नालको के प्रद्रावक एवं विद्युत संकुल में परियोजना कार्यान्वयन से लेकर संयंत्र परिचालन तक तथा ग्रीनफिल्ड तथा ब्राउनफील्ड एल्यूमिनियम परियोजनाओं, नवीकरणीय परियोजनाओं आदि व्यापार विकास गतिविधियों का गहन अनुभव है। निदेशक (परियोजना एवं तकनीकी) के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व श्री मिश्र प्रद्रावक एवं विद्युत संकुल, अनुगुळ में कार्यपालक निदेशक के रूप में पदस्थ थे।
श्री मिश्र नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेटल्स, एफआईई ऑफ़ इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इंडिया) तथा भारतीय एल्यूमिनियम संघ के सदस्य हैं।
श्री बिजय कुमार दास ने ‘नवरत्न’ केंद्रीय लोक उद्यम नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) के निदेशक (उत्पादन) का पदभार 01 दिसंबर 2020 को ग्रहण किया। इस नए पदभार को ग्रहण करने से पूर्व श्री दास कंपनी के निगम कार्यालय, भुवनेश्वर में कार्यपालक निदेशक (परियोजना) के तौर पर कार्यरत थे।
एनआईटी, राऊरकेला (पूर्व में आरईसी) से यांत्रिक अभियांत्रिकी में स्नातक, श्री दास ने 1984 में प्रथम बैच के स्नातक अभियंता प्रशिक्षु के रूप में नालको में कार्यग्रहण किया था। कंपनी के व्यवसाय विकास के चुनौतीपूर्ण कार्यों को ग्रहण करने से पूर्व, उन्हे परियोजना के प्रारंभिक चरण से ही अनुगुळ में कंपनी के ग्रहीत विद्युत संयंत्र में नियुक्त किया गया था, जहां पर वह विभिन्न प्रमुख पदों पर रहे। तत्पश्चात कार्यपालक निदेशक (परियोजना) के पद पर पदोन्नत होने से पूर्व, उन्हें कंपनी के विकास-पथ की योजना एवं रणनीति तय करने हेतु महाप्रबंधक (निगम योजना एवं रणनीतिक प्रबंधन) का कार्यभार सौंपा गया।
नालको में तीन दशक से अधिक अवधि के अपने कार्यकाल के दौरान, अक्षय उर्जा परियोजनाओं में नई संभावनाओं के द्वार खोलने के साथ ही साथ श्री दास ने विभिन्न परियोजनाओं के निष्पादन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्री बिजय कुमार दास के समृद्ध एवं विविध अनुभव के साथ निदेशक (उत्पादन) के तौर पर शामिल होने से नालको के निदेशक-मंडल को और मजबूती मिलेगी।