Press Release

शैक्षिक एवं मेडिकल नाभिकेन्द्र के रूप में भुवनेश्वर तेजी से उभर रहा है : नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक

calender24/02/2016

भुवनेश्वर, 24/02/2016 : “भुवनेश्वर केवल “स्मार्ट शहरों” की सूची में सबसे ऊपर ही नहीं आया है, किन्तु पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत के शैक्षिक और मेडिकल केन्द्र के रूप में भी तेजी से उभर रहा है,” नवरत्‍न नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक डॉ॰ तपन कुमार चान्द कहते हैं। नालको के चल रहे उद्योग-संस्थान पारस्परिक क्रिया कार्यक्रम के भाग रूप में, बुधवार को भुवनेश्वर में ओड़िशा इंजीनियरिंग कॉलेज (ओ.ई.सी.), एस.ओ.ए. विश्वविद्यालय और एन.एम. इन्स्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में डॉ॰ चान्द ने मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधन दिए। उन्होंने ओ.ई.सी. के वार्षिक तकनीकी समारोह – जाजेन’16, एस.ओ.ए. युनिवर्सिटी के तत्वावधान में इन्स्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साईन्सेस एण्ड सम अस्पताल द्वारा आयोजित “बर्न्स डिमांड आटेन्शन” कार्यक्रम और एन.एम. इन्स्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम टेक्नोफ्यूज़न 2के16 की शोभा बढ़ाई।

“जबकि ओड़िशा “सरलता से व्यापार करने” के सूचकांक में श्रेष्ठ कोष्ठकों में रखा गया है, सभी क्षेत्रों से संयुक्त प्रयासों के माध्यम से इस विकास के प्रक्षेप-पथ को प्रशस्त करने की बड़ी जरूरत है। इस सम्बन्ध में, शैक्षिक संस्थानों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है,” डॉ. चान्द ने कहा। “इसके अतिरिक्त, समग्र ओड़िशा कुशल जनशक्ति के स्रोत के लिए डिप्लोमा एवं आई.टी.आई. संस्थानों सहित 450 से अधिक मेडिकल एवं प्रबन्धन कॉलेजों से भरा हुआ है,” डॉ. चान्द ने आगे कहा। हर वर्ष, आई.एम.एस. एवं सम अस्पताल सहित, ओड़िशा में 5000 से अधिक जल जाने के मामले विभिन्न अस्पतालों में दर्ज होते हैं, जहाँ वहन करने योग्य प्रभार पर आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध हैं। प्रो॰ डॉ॰ राजीव आहूजा, इण्टरनेशन सोसाईटिज फॉर बर्न इन्ज्युरिज के अध्यक्ष एवं जलने एवं प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष, मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली ने यह मत प्रकट किया, जो अस्पताल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे। बदले में, नालको ने निगम सामाजिक उत्तरदायित्व योजना के अधीन कम्पनी की ‘नालको की लाड़ली’ योजना के अन्तर्गत जल जाने से पीड़ित एक कन्या (जिसका एस.ओ.ए. बर्न सेंटर एवं स्किन बैंक में सफलतापूर्वक ईलाज हुआ हो) को गोद लेने का निर्णय लिया है। साथ ही, यह कम्पनी, सम अस्पताल, राज्य सरकार के अग्निशमन दस्ते और मन्दिर नगरी रोटेरी क्लब के सहयोग से जलने से पीड़ित रोगियों के उपचार एवं प्रबन्धन के साथ उनके पुनर्वास और पुनर्बन्दोवस्त के लिए जागृति लाने के लिए कार्यक्रमों का संचालन करेगी।

एन.एम. इन्स्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी में अपने भाषण में डॉ॰ चान्द ने इस बात पर बल दिया कि भारतीय संस्कृति में शैक्षिक प्रणाली और जीवनशैली के अपने लंगर स्थल होने चाहिए, जो जीवन की अनेकानेक शिक्षाओं के साथ मूल्यों से समृद्ध है। “प्रवृत्ति, कौशल और ज्ञान के उपयुक्त सम्मिश्रण के साथ, एक संतुलित व्यक्तित्व, किसी व्यक्ति को जीवन के प्रत्येक आयाम में सफल होने के लिए आगे बढ़ा सकता है,” डॉ॰ चान्द ने कहा।

यह उल्लेखनीय है कि भुवनेश्वर में मुख्यालय वाला एकमात्र नवरत्न लोक उद्यम, नालको ने इस स्थान के शैक्षिक महत्व को प्रवर्धित करने के लिए योजना बनाई है और वैश्विक मानकों के अनुसार ओड़िशा के प्रमुख शैक्षिक संस्थानों के उत्थान के लिए एक पथ-मानचित्र विकिसित किया है।