भुवनेश्वर, 30.10.19: खान मंत्रालय के अधीन नवरत्न लोक उद्यम नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अनुष्ठित राष्ट्रीय नि.सा.उ. पुरस्कार समारोह में निगम सामाजिक उत्तरतायित्व क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए “सम्मानीय उल्लेख” के साथ मान्यता प्रदान की गई।
भारत के माननीय राष्ट्रपति महोदय, श्री रामनाथ कोविन्द, वित्त एवं निगम व्यापार मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण एवं वित्त एवं निगम मामले राज्य मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर जी ने इस समारोह में उपस्थित हो कर शोभा बढ़ाई।
मंगलवार को नई दिल्ली में अनुष्ठित इस रंगारंग समारोह में श्री बसंत कुमार ठाकुर, निदेशक (मा.सं.) नालको ने वित्त एवं निगम मामले राज्य मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर जी से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
इस उपलब्धि पर समग्र नालको को बधाई देते हुए डॉ तपन कुमार चान्द, अध्यक्ष-सह-प्रबंध-निदेशक, नालको ने कहा, “नालको की लाड़लियों का अभियान 2015 में शुरू हुआ। आज, निगम सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत नालको की लाड़ली योजना के कार्यान्वयन के लिए हम दिल और अंतर्रात्मा सहित सेवा के लिए भारत सरकार द्वारा हमें मान्यता मिली है। नि.सा.उ. पहल जो गाँवों की कन्याओं को सशक्त बनाने के साथ महिला सशक्तीकरण के लिए एक शक्तिशाली ट्रिगर बन रही है। मैं नालको समूह और नालको फाउंडेशन को समाज में बदलाव लाने के प्रयास के लिए बधाई देता हूँ।.”
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान से प्रेरित होकर “नालको की लाड़ली” जैसी योजना के प्रचलन एवं कार्यान्वयन के लिए निगम मामले मंत्रालय ने नालको को इस राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार के लिए चुना। इस योजना के अंतर्गत गरीब कन्या विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई करने और जीवन में सुस्थापित होने में समर्थ बनाने के लिए गोद लिया जाता है। वर्तमान, नालको ने अनुगुल एवं दामनजोड़ी के 66 गाँवों के 45 स्कूलों से 416 गरीब छात्राओं को गोद लिया है। नालको ने ओड़िशा की गरीब लड़कियों, देश के आकांक्षित जिलों और नालको के परिधीय गाँवों को शामिल करते हुए अखिल भारतीय स्तर पर इस योजना को विस्तारित करने की योजना बनाई है।
इस योजना का विस्तार करने के उद्देश्य से, नालको ने हाल ही में एक अभिनव कर्मचारी सामाजिक उत्तरदायित्व (ईएसआर) कार्यक्रम शुरू किया है, जो कर्मचारियों को सामाजिक कारणों के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने का एक संतोषजनक अवसर प्रदान करता है। इस योजना के तहत, कंपनी के कर्मचारियों को लाड़लियों को अपनाने और उनकी शिक्षा में सहायता प्रदान करने का अवसर मिलता है।