कोणार्क/भुवनेश्वर, ऑडिशा, 18 जनवरी 2025: खान मंत्रालय ने ओडिशा सरकार के सहभागिता के साथ, कोणार्क के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) प्रदर्शनी का आयोजन किया । 18 से 21 जनवरी 2025 तक आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्देश्य खनन से प्रभावित समुदायों को सतत विकास के माध्यम से सशक्त बनाना है। प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन, श्रीमती फरीदा एम. नायक, संयुक्त सचिव, खान मंत्रालय द्वारा खान मंत्रालय, नालकों और ऑडिशा खनन निगम (OMC) के अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया ।
“सतत विकास के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाना” के विषय पर आधारित इस प्रदर्शनी में, डीएमएफ द्वारा समर्थित ‘स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी)’, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआइ), हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल), नैशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालकों), हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल)/वेदांता और ओडिशा सरकार के कार्यों को प्रदर्शित करने वाले 18 जीवंत स्टॉल सम्मिलित हैं।
स्थानीय शिल्प, नवाचारी आजीविका परियोजनाओं और समुदाय-संचालित पहलों की प्रभावशाली श्रृंखला से सुसज्जित यह सभी स्टॉल, सतत प्रथाओं के माध्यम से समुदायों के उत्थान तथा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने मे डीएमएफ की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालेंगे । अपने सम्बोधन के दौरान, श्रीमती नायक ने खनन-प्रभावित क्षेत्रों में सतत और समावेशी विकास प्राप्त करने के लिए मंत्रालय की मजबूत प्रतिबद्धता को उजागर किया। उन्होंने ओडिशा सरकार, निगमीय सहभागियों तथा अन्य हितधारकों के योगदान की सराहना की, जिन्होंने डीएमएफ के प्रभावशाली पहलों को आगे बढ़ाने में सक्रिय रूप से अपना योगदान दर्ज किया है ।
सूर्य मंदिर की ऐतिहासिक भव्यता के समक्ष आयोजित यह प्रदर्शनी न केवल आधुनिक सतत विकास का उत्सव मनाती है बल्कि इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी जोड़ती है। इस प्रदर्शनी में स्थानीय समुदायों, उद्योग प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों की भागीदारी देखने को मिली है, जिससे स्वयं सहायता समूहों को अपनी सफलता की कहानियों को साझा करने और भविष्य के सहयोग को प्रेरित करने के लिए एक गतिशील मंच मिला है।
यह प्रदर्शनी, सतत प्रथाओं, समग्र सामुदायिक विकास संवर्धन तथा दीर्घकालिक सकारात्मक परिवर्तन सुनिश्चित करने के माध्यम से, खनन प्रभावित क्षेत्रों के उत्थान हेतु, खान मंत्रालय द्वारा अविरत प्रयासों को रेखांकित करती है।