भुवनेश्वर, 04/02/2016: कोयला मंत्रालय, भारत सरकार, ने अनुगुळ में नालको के ग्रहीत विद्युत संयंत्र (ग्र.वि.सं.) के दो एककों को महानदी कोलफील्स से टेपरिंग लिंकेज कोयला आपूर्ति की बहाली करने का निर्णय लिया है। बुधवार को नालको कर्मचारी फोरम (एन.ई.एफ), भुवनेश्वर के 12वें वार्षिक उत्सव के अवसर पर नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक श्री तपन कुमार चान्द द्वारा यह घोषणा की गई। “हम खान मंत्रालय के आभारी हैं, जिन्हों कोयला मंत्रालय के समक्ष हमारे मामले की दृढ़ सिफारिश की”, श्री चान्द ने कहा।
इस सुखद समाचार, जो एन.ई.एफ. को मान्यता देने के साथ घटित हुआ, का वर्णन करते हुए श्री चान्द ने कहा कि महानदी कोलफील्ड्स के साथ हुए ईंधन आपूर्ति राजीनामे (एफ.एस.ए.) के अनुसार नालको के 1200 मेगावाट के ग्र.वि.सं. के 10 एककों में से केवल 8 एककों के लिए कम्पनी अब तक 47.16 लाख टन प्रति वर्ष कोयला की आपूर्ति ही सुनिश्चित कर पाई थी। एकक 9 एवं 10 के लिए, 10.93 लाख टन प्रति वर्ष की टेपरिंग लिंकेज कोयला आपूर्ति थी, जो नालको को आबंटित उत्कल-ई कोयला प्रखण्ड के साथ संबद्ध थी। यह लिंकेज आपूर्ति 2011 बन्द कर दी गई थी। केन्द्र द्वारा ग्र.वि.सं. के निकट स्थित 200 मिलियन टन से अधिक भण्डारों वाले उत्कल डी एवं ई कोयला प्रखण्डों के ताजा आबंटन के द्वारा, जहाँ से कोयला के उत्खनन के लिए कुछ वर्ष लगेंगे, कोयला मंत्रालय ने टेपरिंग लिंकेज की बहाली करने का निर्णय लिया है। इससे नालको के ग्र.वि.सं. के निकट स्थित अपने प्रद्रावक को विद्युत आपूर्ति व्यापक रूप से बढ़ेगी, जिससे अधिक पॉट्स एल्यूमिनियम का प्रद्रावण हेतु प्रचालित हो सकेंगे।
एन.ई.एफ. सहित नालको कर्मचारी संघों के द्वारा निभाई गई अग्र-सक्रिय भूमिका की सराहना करते हुए, श्री चान्द ने श्रमिक संघ नेताओं प्रमुख सख्त प्रबन्धकों के रूप में वर्णन किया। समग्रतः नालको उत्पादकता, लाभकारिता और विश्वसनीयता के माध्यम से व्यावसायिक उत्कृष्टता उपलब्ध करने के लिए प्रयासरत है, उन्होंने कहा। “श्रमिक संघ प्रबन्धन ने नालको की शक्ति के साथ मिलकर वर्तमान बाजार की मन्दी की स्थिति के गुरुत्वाकर्षक बल का सामना किया है और कम्पनी ऊँचाई पर उठ रही है”, श्री चान्द ने दावा किया।
अन्य प्रमुख व्यक्तियों में, श्री श्यामा चरण पाढ़ी, निदेशक (मा.सं.), श्रीमती प्रीति रॉय, अध्यक्ष, नालको महिला समिति और श्री अमीय पटनायक, महाप्रबन्धक (मा. व प्र.) ने भी एन.ई.एफ. की भारी प्रशंसा की। आरम्भ में, एन.ई.एफ से, श्री पी.के. दास, महासचिव ने अतिथियों का स्वागत किया और श्री मदन मोहन धळ, अध्यक्ष ने दुर्बलकारक बलों को दबाने हेतु सामान्यतः श्रमिक संघों तथा विशेषकर एन.ई.एफ. के योगदान पर प्रकाश डाला।