केंद्रीय मंत्री खान, कोयला एवं संसदीय मामले श्री प्रल्हाद जोशी ने मंगलवार को “आजादी के अमृत महोत्सव” स्वरूप मनाए जा रहे 75वें स्वतंत्रता दिवस के उत्सव अवसर पर खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी नालको द्वारा कर्मचारियों को ₹ 7500 की कीमत का हथकरघा वस्त्र प्रदान करने की सलाह दी। श्री प्रल्हाद जोशी नालको दल के साथ वर्चूअल माध्यम से जुड़े थे और वित्त वर्ष 2020-21 के लिए नालको के अभूतपूर्व प्रदर्शन एवं प्रथम तिमाही के सफल प्रयास के लिए बधाई भी दी।
आपने अपने संबोधन में कहा कि “ हथकरघा को प्रोत्साहित करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आग्रह के क्रम में मैं हथकरघा के उन्नयन के लिए नालको को भी इस मिशन में हाथ बँटाते हुए 75वें स्वतंत्रता दिवस के उत्सव अवसर पर कर्मचारियों को ₹ 7500 की कीमत का हथकरघा वस्त्र प्रदान करने की सलाह देता हूँ”
श्री जोशी ने कहा कि नालको ने परिस्थिति को अपने पक्ष में मोड़ते हुए वैश्विक बहुपक्षीय व्यावसायिक परिदृश्य एवं वर्तमान में जारी कोविड महामारी परिस्थिति में भी चुनौतियों को स्वीकारते हुए उच्च जोश, तन्मयता एवं प्रतिबद्धता के साथ वापसी की है। कंपनी ने वर्ष 2020-21 में 1300 करोड़ का सकल आय प्राप्त करते हुए 9 गुना अधिक आय हासिल किया है। कंपनी ने वर्ष 2020-21 के प्रथम तिमाही के 17 करोड़ की तुलना में वर्तमान वित्त वर्ष 2021-22 के प्रथम तिमाही में कुल ₹348 करोड़ का लाभ हासिल किया है। यह यकीनन ही कंपनी के आधार वाक्य “साधारण व्यक्ति, असाधारण नजरिया” के अनुरूप है।
आपने यह भी कहा कि “नालको कर्मचारियों के समर्पण एवं कठिन परिश्रम से मुझे इस विश्वास का भी एहसास होता है कि माननीय प्रधानमंत्री जी के स्वप्न आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप ही लंबी अवधि में बेहतरीन लाभांश की प्राप्ति होगी। एक जिम्मेदार निगम नागरिक के रूप में कोविड के विरूद्ध लड़ाई के जरूरत के समय में भी नालको का सहयोग एवं प्रदान की गई सहायता राष्ट्र के प्रति इनके प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।“
इस वर्चूल बैठक में नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री श्रीधर पात्र, कंपनी के निदेशक, यूनीयन के प्रतिनिधि एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि, नालको खान-मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक नवरत्न केंद्रीय लोक उद्यम है। कंपनी एल्यूमिना व एल्यूमिनियम में भारत की अग्रणी उत्पादक एवं निर्यातक है। कंपनी खनन, धातु एवं उर्जा में एकीकृत व विविध परिचालन करती है।