भुवनेश्वर, 04/01/2016: श्री के.व्ही. चौदरी, केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त, भारत सरकार 6 जनवरी 2016 को 4.00 बजे अपराह्न नालको भवन, भुवनेश्वर में नालको स्थापना दिवस व्याख्यान के 15वें संस्करण का व्याख्यान देंगे। श्री आदित्य प्रसाद पाढ़ी, मुख्य सचिव, ओड़िशा सरकार समारोह की अध्यक्षता करेंगे। श्री तपन कुमार चान्द, अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक, नालको स्वागत भाषण और विषय परिचय देंगे। श्री चौदरी “निरोधक सतर्कता : निगम सुशासन की कुञ्जी” विषय पर व्याख्यान देंगे। एक निगम दर्शन के रूप में, नालको मूल्य-आधारित प्रबन्धन पर ध्यान-केन्द्रित करती आई है, पारदर्शिता, निष्पक्षता, जिम्मेदारी और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए बहुमुखी कदम उठाती रही है, जो निगम अभिशासन के मौलिक सिद्धान्त हैं। इस व्याख्यान के बाद श्रोताओं के साथ परिचर्चा होगी, जिनमें दफ्तरशाह, तकनीकी विशेषज्ञ, उद्योगपति, शिक्षाविद और पत्रकारों के साथ नालको कर्मचारी शामिल होंगे।
वक्ता का परिचय
श्री के.व्ही. चौदरी, 1978 बैच की भारतीय राजस्व सेवा के एक अधिकारी हैं, जिन्होंने 10 जून 2015 को केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त के कार्यालय का पदभार ग्रहण किया। आन्ध्र प्रदेश के मछिलीपटनम् गाँव में 10 अक्तूबर 1954 को जन्मे, श्री चौदरी ने लोयोला कॉलेज चेन्नै से अपनी बी.एससी. की और आई.आई.टी., चेन्नै से गणित में एम.एससी. की पढ़ाई पूरी की थी। दिसम्बर 1976 से जुलाई 1978 तक उन्होंने आन्ध्र बैंक में एक परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में कार्य किया था। श्री चौदरी ने सितम्बर 1978 में भारतीय राजस्व सेवा में योग किया। केन्द्रीय सतर्कता आयोग का पदभार ग्रहण करने के पूर्व वे राजस्व विभाग में काला धन पर सलाहकार और केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सी.बी.डी.टी.) के अध्यक्ष थे। उन्होंने हैदराबाद, नई दिल्ली, चेन्नै, बॆंगळूरु, वाराणसी, नागपुर और विशाखापत्तनम् में आयकर विभाग में विभिन्न क्षमताओं पर कार्यभार सम्भाला। उन्होंने प्रतिनियुक्ति पर कम्पनी मामले मंत्रालय में भी सेवा की थी।
श्री चौदरी ने अनेक संवेदनात्मक और जटिल मामलों का अन्वेषण किया। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों के अच्छे कार्यों के एक सरकारी संकलन “लेट अस शेयर” में उनके द्वारा संसाधित अनेक मामले संकलित हैं।
श्री चौदरी पेरिस में 2004 में हुए ओ.ई.सी.डी. के साथ समझौते के लिए गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य; माननीय वित्त मन्त्री द्वारा आयकर अधिनियम के पुनर्प्रारूपण के लिए गठित एक समिति के सदस्य और सूचना प्रौदयोगिकी विभाग के लिए व्यावसायिक प्रक्रिया पुनःअभियांत्रिकी पर समिति के सदस्य थे। टर्की (2013) और नीदरलैण्ड (2014) में आपराधिक अन्वेषण के प्रमुखों के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया था।