You are being redirected to the external website. Are you sure?
Yes,Proceed
भुवनेश्वर, 20/11/2015: नेशनल एल्यूमिनियम कम्पनी लिमिटेड (नालको), भारत सरकार के खान मंत्रालय के अन्तर्गत नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम, ने कल नई दिल्ली में कौशल विकास एवं उद्यमिता (एमएसडीई) मंत्रालय के सचिव श्री रोहित नन्दन और नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक श्री तपन कुमार चान्द की उपस्थिति में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) और राष्ट्रीय कौशल विकास निधि (एन.एस.डी.एफ.) के साथ कौशल विकास के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर बोलते हुए, श्री चान्द ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह देश में खनन क्षेत्र में ऐसा प्रथम राजीनामा है। “इसके साथ, हमने क्षमता निर्माण कार्यक्रम के लिए हमारे नि.सा.उ. बजट का 5% देने की वचनबद्धता की है और एम.एस.डी.ई. ने नालको में एक उत्कर्ष केन्द्र के विकास में रुचि दर्शायी है”- उन्होंने आगे कहा।
नालको की ओर से, श्री ए.एस. अहलुवालिया, कार्यपालक निदेशक (निगम मामले) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जबकि एन.एस.डी.सी. और एन.एस.डी.एफ. की ओर से क्रमशः उनके मुख्य कार्यपालक श्री जयन्त कृष्ण और श्री पवन अग्रवाल ने प्रतिनिधित्व किया। इस अवसर पर उपस्थित अन्य महानुभावों में श्री राजेश अग्रवाल, संयुक्त सचिव, एम.एस.डी.ई., श्री शेरशा, निदेशक, खान मंत्रालय और डॉ॰ सुनीता चिब्बा, वरिष्ठ सलाहकार, एम.एस.डी.ई. शामिल थे।
यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने इस वर्ष जुलाई के दौरान स्किल इण्डिया मिशन चलाया था, जिनका उद्देश्य बढ़ती हुई राष्ट्रीय मांग को पूरा करने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रयासों को उन्नत करना और देश के युवाओं की नियोजन-क्षमता को बढ़ाना है। यह अनुमान लगाया गया है कि यू॰एस॰ए॰ में 52%, यूनाईटेड किंगडम में 68%, जर्मनी में 75%, जापान में 80% और दक्षिण कोरिया में 96% की तुलना में भारत में केवल 2.3% कार्यबल ने औपचारिक कौशल प्रशिक्षण लिया है।