11/02/2016
                                
                                
भुवनेश्वर, 11/02/2016: नेशनल एल्यूमिनियम कम्पनी लिमिटेड (नालको) खान मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम और देश के अग्रणी एल्यूमिना और एल्यूमिनियम उत्पादक और निर्यातक ने दिसम्बर 2015 को समाप्त तृतीय तिमाही के अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं।
भुवनेश्वर में आज हुई कम्पनी के निदेशक-मण्डल की बैठक में रिकार्ड में लिए गए वित्तवर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही के पुनरीक्षित परिणामों के अनुसार, नालको ने ₹133 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि पिछली तिमाही में ₹226 करोड़ का तथा पिछले वित्त वर्ष की सम्बन्धित तिमाही के दौरान ₹354 करोड़ का लाभ उपलब्ध हुआ था। तीसरी तिमाही में शुद्ध बिक्री कारोबार ₹1616 करोड़ का हुआ। हालांकि 2015-16 में तीसरी तिमाही में औसत एल॰एम॰ई॰ मूल्य लगभग 300 यू.एस. डॉलर्स प्रति टन धातु तक घट गए, अर्थात् लगभग 17% कम वसूली हुई, कम्पनी द्वारा उत्पादन और उत्पादकता पर ध्यान केन्द्रित किए जाने के कारण कारोबार में कमी 11% तक ही सीमित रही। मन्दी का दौर के बावजूद, यह हर्ष की बात है कि नालको ने चालू वित्त वर्ष की दोनों तिमाहियों में लाभ दर्ज किया है, जबकि समग्र वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग बाजार में भारी गिरावट से चक्कर खा रहा है और अनेक कम्पनियों को हानि होने की रिपोर्ट मिली है।
दिसम्बर 2015 को समाप्त 9 महीनों के लिए शुद्ध लाभ ₹523 करोड़ का हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तत्समान अवधि में ₹967 करोड़ का लाभ हुआ था। इस वित्त वर्ष के 9 महीनों के लिए शुद्ध बिक्री, पिछले वित्तवर्ष की तत्समान अवधि में हुई ₹5484 करोड़ की तुलना में ₹4866 करोड़ की हुई है।
नालको ने सभी मोर्चों पर उत्पादन में वृद्धि उपलब्ध की है। चालू वित्त वर्ष प्रथम नौ महीनों के दौरान, नालको ने पिछले वित्त वर्ष की तुलनीय अवधि में उपलब्ध 43.04 लाख टन की तुलना में 45.74 लाख टन बॉक्साइट का उत्पादन किया। कम्पनी ने पिछले वित्त वर्ष की तदनुरूपी अवधि के दौरान उपलब्ध 14.24 लाख टन की तुलना में इस वर्ष 14.37 लाख टन एल्यूमिना हाईड्रेट का उत्पादन किया। एल्यूमिनियम धातु का उत्पादन पिछले वर्ष के नौ महीनों की तुलनीय अवधि के दौरान दर्ज किए गए 2.44 लाख टन के मुकाबिले 2.76 लाख टन का हुआ। इस अवधि के दौरान 4351 मिलियन एकक का शुद्ध विद्युत सृजन हुआ, जबकि पिछले वर्ष की तदनुरूपी अवधि में 3858 मिलियन एकक उपलब्ध हुआ था। नालको एक हरित विद्युत उत्पादक के रूप में भी तेजी से उभर रहा है। कम्पनी ने इस वित्तवर्ष के प्रथम 9 महीनों के दौरान 134 मिलियन एकक पवन ऊर्जा सृजित की।