भुवनेश्वर, 07.02.22: वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरे तिमाही के दौरान एल्यूमिना एवं एल्यूमिनियम के भारत के सबसे बड़े एकीकृत उत्पादक एवं निर्यातक में से एक नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने अपने व्यावसायिक उत्कृष्टता की यात्रा में कई पड़ावों को पार किया। कंपनी ने अपने शुद्ध लाभ में 3.5 गुना वृद्धि दर्ज करते हुए वित्त वर्ष 22 के तीसरे तिमाही में ₹ 831 करोड़ का शुद्ध तिमाही लाभ अर्जित किया, जो वित्त वर्ष 21 के तीसरे तिमाही के ₹ 240 करोड़ में 246% का उछाल है।
कंपनी ने दिसंबर 2021 को समाप्त अवधि के लिए ₹ 1,926 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज करते हुए अपनी स्थापना के बाद से पहले नौ महीने की अवधि के लिए दर्ज किए गए उच्चतम लाभ के आंकड़े को भी तोड़ दिया है। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में दर्ज किए गए ₹ 364 करोड़ में 5 गुना वृद्धि और 429% की उछाल है।
वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में परिचालन से कुल राजस्व में पर्याप्त वृद्धि देखी गई, जो वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही के ₹ 2,379 करोड़ की तुलना में ₹ 3,773 करोड़ है। भारत सरकार, खान मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के नवरत्न उद्यम के परिणाम मुख्यत: कच्चे माल की निरंतर आपूर्ति, अनुकूलित उत्पादन, ऊर्जा के रणनीतिक प्रयोग, विशेष रूप से कोयला संकट की अवधि के दौरान, अपने परिचालन इकाइयों के बेहतर प्रदर्शन और प्रभावी क्षमता उपयोग द्वारा संचालित रहे।
नालको ने वित्त वर्ष 21-22 के लिए ₹ 3 प्रति इक्विटी शेयर (5 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य का 60%) का दूसरा अंतरिम लाभांश भी घोषित किया। ₹ 2 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के पहले अंतरिम लाभांश का भुगतान दिसंबर 2021 में किया गया था। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान भुगतान किया गया कुल अंतरिम लाभांश चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का 100% है।
कोविड महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, कंपनी ने बिक्री और उत्पादन के मोर्चे पर ठोस वृद्धि दर्ज करने के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। चालू वित्त वर्ष के नौ महीनों के दौरान, कंपनी ने वित्त वर्ष 21 की इसी अवधि के दौरान 53.48 लाख टन की तुलना में 55.03 लाख टन बॉक्साइट और पिछले वित्त वर्ष के 15.07 लाख टन के मुकाबले 15.41 लाख टन एल्यूमिना हाइड्रेट का उत्पादन हासिल किया। दिसंबर 2021 को समाप्त होने वाले पहले नौ महीनों में उत्पादित 3.43 लाख टन के साथ प्रद्रावक संयंत्र की पूर्ण क्षमता उपयोग के साथ एल्यूमिनियम उत्पादन ने भी अच्छी वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 21 के इस अवधि हेतु 3.06 लाख टन था।
सभी बाधाओं और चुनौतियों को पार करते हुए नालको ने समग्र रूप से कठिन समय के बावजूद भी कंपनी के इतिहास में पहली बार 100% क्षमता उपयोग करते हुए प्रद्रावक संकुल में 960 पॉट्स को एक साथ संचालन में लाकर एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार किया।
श्री श्रीधर पात्र, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, नालको ने सफलता का श्रेय कर्मचारियों के सतत योगदान को दिया, और इन विपरीत परिस्थितियों में भी उत्पादन एवं उत्पादकता पर केंद्रित रहने हेतु उनकी सराहना की। श्री पात्र ने कहा, “उत्पादन और वित्तीय मानकों पर बेहतरीन वृद्धि और चौतरफा प्रदर्शन, कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता तथा उत्पादन, संसाधन और परियोजनाओं पर रणनीतिक रूप से केंद्रित रहने का प्रमाण है। इस कठिन समय में आने वाली चुनौतियों का समाना करने के लिए कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शित रणनीतिक विकास-उन्मुख प्रयत्न और अथक प्रयास प्रशंसनीय है।”