04/11/2025
भुवनेश्वर: खान मंत्रालय, भारत सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के ‘नवरत्न’ लोक उद्यम, नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने राष्ट्र के साथ मिलकर “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 मनाया। सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए सभी इकाइयों और क्षेत्रीय कार्यालयों में जागरूकता गतिविधियों और प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला आयोजित की गई। इस अभियान के तहत, निगम कार्यालय में एक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें भुवनेश्वर और कटक शहरों के लगभग 70 विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के 250 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यस्थल पर नैतिक आचरण और सतर्कता के संदेश को सुदृढ़ करने के लिए नालको कर्मचारियों के बीच भी विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं।
4 नवंबर को भुवनेश्वर स्थित निगम कार्यालय सभागार में आयोजित समापन समारोह में, श्री हेमंत शर्मा, आईएएस, अपर मुख्य सचिव, सूचना एवं जनसंपर्क एवं उद्योग विभाग तथा अध्यक्ष, आईपीआईसीओएल, ओडिशा सरकार, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री पंकज कुमार शर्मा, निदेशक (उत्पादन), श्री जगदीश अरोड़ा, निदेशक (परियोजना एवं तकनीकी), डॉ. तापस कुमार पट्टनायक, निदेशक (मानव संसाधन), श्री अभय कुमार बेहुरिया, निदेशक (वित्त) और श्री प्रणबज्योति नाथ, आईएएस, मुख्य सतर्कता अधिकारी, नालको, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
प्रारम्भ में, श्री प्रणबज्योति नाथ, आईएएस, मुख्य सतर्कता अधिकारी, नालको ने सप्ताह भर चले समारोहों के दौरान आयोजित विभिन्न जागरूकता गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की और सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान कर्मचारियों, छात्रों और हितधारकों की सक्रिय भागीदारी और उत्साह की सराहना की। उन्होंने नैतिक आचरण और संगठनात्मक अखंडता को बढ़ावा देने में सामूहिक उत्तरदायित्व के महत्व पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में, श्री हेमंत शर्मा, आईएएस ने नालको के योगदान की सराहना की और कहा कि नालको इस बात का एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे संसाधनों का ईमानदारी और दक्षता के साथ प्रबंधन करके, वे स्थायी राष्ट्रीय प्रगति को गति प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने समुदाय, ओडिशा राज्य और राष्ट्र के लाभ के लिए अपने संसाधनों का इष्टतम उपयोग करने और आंतरिक मूल्यों को सुदृढ़ करने के लिए नालको की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वसनीयता किसी भी सफल संगठन द्वारा आंतरिक रूप से निर्मित एक महत्वपूर्ण शर्त है। उन्होंने कहा, “कर्मचारियों को सशक्त बनाने से सतर्कता को बढ़ावा मिलता है, और एक ऐसा संगठन जो ईमानदारी, पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ कार्य करता है, स्वाभाविक रूप से लाभप्रदता का मार्ग प्रशस्त करता है।”
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में इस बात पर ज़ोर दिया कि सतर्कता एक सतत अभ्यास होना चाहिए, न कि एक आवधिक पालन। उन्होंने कहा, “सतर्कता केवल गलत कार्यों को रोकने के बारे में नहीं है; यह एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में है जहाँ ईमानदारी और निष्पक्षता हर कार्य और निर्णय का मार्गदर्शन करती है।” उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सतर्कता प्रणालियों को मज़बूत बनाती है, नैतिक प्रथाओं को बढ़ावा देती है और संगठनात्मक विश्वसनीयता का निर्माण करती है, जिससे हितधारकों का विश्वास मज़बूत होता है।
समापन समारोह का समापन के दौरान सत्यनिष्ठा, सतत विकास और सुशासन को बढ़ावा देने पर सामूहिक चिंतन भी हुआ। इस क्रम में, नालको की नैतिक उत्कृष्टता और पारदर्शी संचालन के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई। उल्लेखनीय है कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह के विषय के अनुरूप, नालको 18 अगस्त, 2025 से प्रारम्भ करके तीन माह का जागरूकता अभियान भी चला रहा है, जिसका उद्देश्य सतर्कता और नैतिक व्यवहार की संगठनात्मक संस्कृति को बढ़ावा देना है।