भुवनेश्वर, 10/02/2016: श्री तपन कुमार चान्द, नवरत्न कें.सा.क्षे.उ. नेशनल एल्यूमिनियम कम्पनी लिमिटेड (नालको) के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक, को उनके “राष्ट्र निर्माण में योगदान” की मान्यता में उत्कल विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिष्ठापूर्ण मानद डी.लिट. की उपाधि मिलेगी। उत्कल विश्वविद्यालय की सीण्डिकेट और कुलाधिपति की ओर से, मंगलवार को कुलपति के कार्यालय से एक सरकारी सूचना में यह घोषणा की गई। श्री चान्द 16 फरवरी को आयोजित होनेवाले विश्वविद्यालय के 47वें दीक्षान्त-समारोह के दौरान यह मानद डिग्री ग्रहण करेंगे। संयोग से, वे इसी विश्वविद्यालय से स्वर्ण पदक धारी हैं।
श्री चान्द, जिनका कम्पनियों के मामलों के संचालन में 8 वर्षों सहित खनन और धातु क्षेत्र में 3 दशकों से अधिक का अनुभव है, ने निगम सामाजिक उत्तरदायित्व एवं संधारणीय विकास के कार्यक्षेत्र सहित उत्पादकता, लाभकारिता एवं व्यवसायिक प्रतिमानों के विकास के क्षेत्र में अमित योगदान किए हैं। उन्होंने पश्चिमी यूरोप में इण्टरनेशनल सेण्टर फॉर प्रोमोशन ऑफ इण्टरप्राईजेस (आईसीपीई) और क्वीन्सलैण्ड युनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, आस्ट्रेलिया में प्रगत प्रबन्धन कार्यक्रम में प्रशिक्षण लिया है। उन्होंने ओ.ई.सी.डी. के पेरिस सम्मेलन में भारतीय इस्पात उद्योग का प्रतिनिधित्व किया। निगम अभिशासन के क्षेत्रों में, वे स्कोप और सार्वजनिक उद्यम विभाग, भारत सरकार द्वारा उत्कृष्ट कार्य-निष्पादक निर्णीत हुए थे। हाल ही में, उन्हें एसोचैम की खनन एवं खनिज परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए चुना गया है।
यह उल्लेखनीय है कि नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक का कार्यभार सम्भालने के छह महीनों के अन्दर, श्री चान्द ने कोयला एवं बॉक्साइट खानों के अधिग्रहण के माध्यम से कच्चे माल को सुरक्षित करने के साथ साथ नालको की छवि निर्माण और निवेश योजनाओं में एक शानदार भूमिका निभाई है। उन्होंने आर.आई.एल.एन. और नालको जैसी कम्पनियों के प्रचालनों का भूमण्डलीकरण हाथ में लिया, जिससे विश्व भर में ऐसी भारतीय कम्पनियों की उपस्थिति सुदृढ़ हुई। इसके अतिरिक्त, उद्योग-संस्थान अन्तराफलक पहल के माध्यम से, वे संस्थानों को एक अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शन और भूमण्डलीय पैर जमाने का स्थान पाने में मदद कर रहे हैं।
वर्तमान मान्यता के अनुगमन में, सी.आई.आई., उत्कल चैम्बल ऑफ कॉमर्स एवं एसोचैम जैसे उद्योग समूहों, विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों सहित जनजीवन के सभी संवर्गों के व्यक्तियों ने श्री चान्द को बधाई सन्देश भेजने आरम्भ कर दिए हैं। उद्योग मंडल अनुभव करते हैं एक प्रसिद्ध उद्योग कप्तान को ऐसी मानद उपाधि से राज्य में व्यावसायिक वातावरण के प्रवर्धन में एक लम्बा रास्ता तय होगा।