प्रौद्योगिकी एवं मानव पूँजी के मध्य सहक्रिया आवश्यक है:  नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक

प्रौद्योगिकी एवं मानव पूँजी के मध्य सहक्रिया आवश्यक है: नालको के अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक

calender19/12/2015

भुवनेश्वर, 19/12/2015: नालको के उद्योग – संस्थान पारस्परिक क्रिया कार्यक्रम के भाग रूप में, श्री तपन कुमार चान्द, अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक ने शनिवार को सी.व्ही. रमण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, भुवनेश्वर का परिदर्शन किया और मानव और मशीन अन्तराफलक (एम.ए.एम.आई. – 2015) पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर विद्यार्थियों और संकाय-सदस्यों को सम्बोधित करते हुए श्री चान्द ने प्रौद्योगिकी और मानव पूँजी के कार्यान्वयन के मध्य सहक्रिया बनाए रखने का महत्व प्रतिपादित किया ताकि स्वचालन के कारण मानव संसाधनों की नियोजनीयता क्षतिग्रस्त न हो। “मशीनें मानव की क्षमता को परिवर्धित करने में मदद करती हैं, किन्तु यह एक नामपटीय क्षमता होती है, जबकि मानव संसाधन का सामर्थ्य असीमित और अनन्त होता है,” श्री चान्द ने कहा।

श्री चान्द, ने संस्थान के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार राउत के साथ संस्थान के परिसर में स्थित प्रोसेसिंग एवं रोबेटिक्स प्रयोगशाला सहित विभिन्न उच्च-तकनीक की प्रयोगशालाओं का परिदर्शन किया और विदेशी सहयोग से ऐसी प्रयोगशालाओं की स्थापना की सराहना की।