भुवनेश्वर: 08.10.2025: खान मंत्रालय, भारत सरकार के ‘नवरत्न’ लोक उद्यम, नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने, दामनजोड़ी और अनुगुळ स्थित नालको की परिचालन इकाइयों के परिधीय गाँवों के युवाओं के लिए एक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम लागू करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके, कौशल विकास के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस संदर्भ में, नालको की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) शाखा, नालको फाउंडेशन और भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय, केंद्रीय टूल रूम एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीटीटीसी), भुवनेश्वर के बीच 7 अक्टूबर 2025 को नालको निगम कार्यालय में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इस पहल के के रूप में, नालको के खान एवं परिशोधन संकुल, दामनजोड़ी और प्रद्रावक एवं विद्युत संकुल, अनुगुळ के परिधीय गाँवों से 20-20 युवाओं, कुल 40 युवाओं को सीटीटीसी, भुवनेश्वर में पाँच महीने के आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रायोजित किया जाएगा।
इस समझौता ज्ञापन पर नालको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह और निदेशकों श्री पंकज कुमार शर्मा, निदेशक (उत्पादन), डॉ. तापस कुमार पट्टनायक, निदेशक (मानव संसाधन), श्री अभय कुमार बेहुरिया, निदेशक (वित्त) तथा नालको, नालको फाउंडेशन एवं सीटीटीसी भुवनेश्वर के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
इस पहल की सराहना करते हुए, श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम स्थानीय युवाओं को उद्योग-अनुकूल कौशल सक्षम बनाएगा तथा स्थायी आजीविका के अवसरों के द्वार खोलेगा। उन्होंने आगे रेखांकित किया कि इस तरह के सीएसआर गतिविधियों से स्थानीय प्रतिभाओं को पोषित करके और युवाओं में आत्मविश्वास पैदा करके क्षेत्र में एक मानक स्थापित करने की क्षमता है। उल्लेखनीय है कि यह प्रशिक्षण भारत सरकार के राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद के राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढाँचे के अनुरूप आयोजित किया जाएगा। यह पहल, नालको की निग सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के प्रयासों के अंतर्गत सामुदायिक विकास और सतत आजीविका के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है।