भुवनेश्वर, 24.09.2025: नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको), भारत सरकार के खान मंत्रालय के अंतर्गत एक नवरत्न सीपीएसई, ने ओडिशा औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम (आईडीसीओ) के साथ मिलकर अनुगुळ एल्युमिनियम पार्क प्रा. लि. (एएपीपीएल) के लिए एक विशेष रोड शो का आयोजन किया। यह आईडीसीओ और नालको का एक संयुक्त उद्यम है, जिसका उद्देश्य ओडिशा के अनुगुळ में एक समर्पित औद्योगिक पार्क विकसित करना है। यह कार्यक्रम 23.09.2025 को भुवनेश्वर में आयोजित हुआ, जिसमें सरकारी अधिकारी, उद्योग जगत के नेता, निवेशक और प्रमुख हितधारक शामिल हुए।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में श्री हेमंत कुमार शर्मा, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग विभाग, ओडिशा सरकार तथा श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, नालको ने शिरकत की। इस अवसर पर श्री मणिकांत नायक, प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील एसईजेड एवं श्री जगदीश अरोड़ा, निदेशक (पी एंड टी), नालको विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
अपने संभाषण के दौरान श्री सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि रोड शो का उद्देश्य पूरी तरह से चालू अनुगुल एल्यूमिनियम पार्क को प्रदर्शित करना था, जो उन्नत सड़क संपर्क, कुशल परिवहन, निर्बाध बिजली और पानी की आपूर्ति, प्रशासनिक कार्यालय, प्रशिक्षण केंद्र और प्रयोगशालाओं सहित विश्व स्तरीय सुविधाएँ प्रदान करता है। उन्होंने यह भी कहा कि नालको डाउनस्ट्रीम उद्योगों को रियायती दर पर सालाना 50,000 टन हॉट मेटल की आपूर्ति करेगा, जिससे लागत प्रभावी उत्पादन और बेहतर प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा मिलेगा।
श्री हेमंत कुमार शर्मा, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग विभाग, ने ओडिशा की एल्युमिनियम क्षमता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जहाँ राज्य देश के लगभग 72% प्राथमिक एल्युमिनियम का उत्पादन करता है, वहीं डाउनस्ट्रीम उत्पादन अभी भी कम है, जिससे अपार विकास की संभावनाएँ हैं। उन्होंने एल्युमिनियम को “भविष्य की धातु” बताया, जिसका उपयोग पैकेजिंग, घरेलू उपकरण, परिवहन, इलेक्ट्रिक वाहनों और एयरोस्पेस जैसे क्षेत्रों में होता है। उन्होंने एल्युमिनियम पार्क को एक बड़ी विकासात्मक संभावना बताते हुए कहा कि यह तेजी से विस्तृत होने वाला है। उन्होंने निवेशकों से एएपीपीएल में अवसरों को तलाशने का आग्रह किया, जो वर्तमान में 223 एकड़ में फैला है और 600 एकड़ से अधिक तक विस्तारित होने जा रहा है।
नालको और प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के निकट स्थित एएपीपीएल में पहले ही तीन उद्योग आ चुके हैं और चार और उद्योग आने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की पहल, जैसे जीएसटी में कमी, निवेशक-हितैषी नीतियाँ और उद्यमियों के लिए सक्रिय सहयोग की सराहना की। श्री शर्मा ने ओडिशा की प्रगतिशील औद्योगिक नीति के अंतर्गत डाउनस्ट्रीम और सहायक उद्योगों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस अवसर पर, श्री मणिकांत नायक, प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील एसईजेड, ने गोपालपुर औद्योगिक पार्क की सफलता की कहानियाँ साझा कीं। उन्होंने बताया कि कैसे गोपालपुर औद्योगिक पार्क ने परिवर्तनकारी प्रभाव डाला है और अब इसमें रसायन, सोलर सेल और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों की 14 प्रमुख उद्योग इकाइयाँ स्थापित हो चुकी हैं। ओडिशा के औद्योगिक विकास को रेखांकित करते हुए, उन्होंने एएपीपीएल के उज्ज्वल भविष्य पर गहरा विश्वास व्यक्त किया और इसे एक संभावनाशील उपक्रम बताया, जो गोपालपुर की सफलता की बराबरी करने और उससे भी आगे निकलने की क्षमता रखता है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए, नालको के निदेशक (परियोजना एवं तकनीकी) श्री जगदीश अरोड़ा ने कहा कि रोड शो ने ओडिशा के दृष्टिकोण और निवेश, नवाचार और रोज़गार सृजन को बढ़ावा देने वाले एक जीवंत औद्योगिक केंद्र के रूप में एएपीपीएल की स्थापना के प्रति नालको के समर्पण की पुष्टि की।
कार्यक्रम के दौरान, आईपीआईसीओएल, नालको और जेएनएआरडीडीसी ने भी ओडिशा सरकार की निवेशक-अनुकूल नीतियों, पार्क के बुनियादी ढाँचे के विकास और एल्युमीनियम डाउनस्ट्रीम उद्योग की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए प्रस्तुतियाँ दीं। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक निवेशकों और उद्योग संघों ने भाग लिया।