भुवनेश्वर , 07/01/2020: नवरत्न केंद्रीय लोक उद्यम नेशनल एल्यूमिनियम कम्पनी लिमिटेड ने आज अपने 40 वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर कलाकारों, संस्थानों/ स्वयं सहायता समूहों तथा सुप्रसिद्ध विद्वानों को ओडिशी नृत्य को बढ़ावा देने, दिव्यांगजनों के पुनर्वास में योगदान देने तथा संस्कृत साहित्य के प्रचार-प्रसार हेतु सम्मानित किया।
संस्कृत साहित्य के प्रचार व शिक्षण को मान्यता देते हुए कम्पनी ने प्रो. प्रफुल्ल कुमार मिश्र तथा प्रो. रघुनाथ पंडा को नालको कालिदास पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
ओडिशी नृत्य के क्षेत्र में उनकी उपलब्धि तथा महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए नालको ने श्री भरत चन्द्र गिरि तथा सुश्री रूपाश्री महापात्र को ‘नालको खारवेल पुरस्कार (गुरू)’ तथा श्री गौरीशंकर दास एवं सुश्री मंजुश्री पंडा को ‘नालको खारवेल पुरस्कार (नृतक)’ से सम्मानित किया गया।
गंजम आरथोपेडिकली हैंडीकैप्ड एसोसिएशन को दिव्यागं बच्चों/ व्यक्तियों के पुनर्वास हेतु किए गए प्रयासो को देखते हुए ‘नालको मुस्कान पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। सभी विजेताओं को नकद पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर, श्री श्रीधर पात्र, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, नालको ने अपने संभाषण में समस्त विजेताओं को उनके महत्वपूर्ण योगदान हेतु सराहना की तथा अपने परिचालन के 40वें वर्ष में प्रवेश करने पर कम्पनी के दूरदृष्टि के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। श्री पात्र ने कहा कि, “पिछले 4 दशकों में नालको ने एक लम्बी यात्रा तय की है। हम संगठन के साथ अपने जुड़ाव पर प्रसन्नता व्यक्त करने के लिए और साथ ही कंपनी को गौरव की अधिक से अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने में अपना योगदान देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दुहराने के लिए स्थापना दिवस मनाते हैं। मैं इस अवसर पर, नालको के निर्माताओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं और अपने सभी साथी नलकोनियन्स को बधाई देता हूं, जिन्होंने नालको को हमारे राष्ट्र की एक विराट कॉर्पोरेट इकाई बनाने के लिए इन सभी वर्षों में कड़ी मेहनत की है।“