(i) अपने संगठन के विवरण, कृत्य और कर्तव्य

नेशनल एल्युमिनियम कम्पनी लि॰ (नालको), कम्पनी अधिनियम, 1956 के तहत पंजीकृत एक कम्पनी है। इसका पंजीकृत कार्यालय नालको भवन में, प्लॉट सं. पी/1, नयापल्ली, भुवनेश्वर – 751061 में अवस्थित है।

कम्पनी के कार्यालयों और ग्राहक सम्पर्क केन्द्रों कम्पनी की जानकारी अनुलग्नक – 1 में दी गई है।

कम्पनी की संकल्पना है:

“धातु एवं ऊर्जा क्षेत्र में एक विश्व स्तरीय प्रतिष्ठित कम्पनी बनना।”

कम्पनी का ध्येय है:

1. विविधीकरण, नवीकरण और भूमण्डलीय प्रतियोगितात्मक रुख के साथ व्यवसाय में टिकाऊ विकास उपलब्ध करना।

2. मानव संसाधन को निरन्तर विकसित करना, सुरक्षित कार्य स्थितियाँ बनाना, उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार करना और लागत और अपशिष्ट को कम करना।

3. ग्राहकों, शेयरधारकों, कर्मचारियों और अंशधारकों को सन्तुष्ट करना।

4. एक अच्छा निगम नागरिक बनने के लिए, सतत् विकास को सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण संरक्षण तथा उन्नयन करने के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करना।

5. प्रौद्योगिकी के विकास के लिए अनुसंधान और विकास को प्रबल करना।

कम्पनी के प्रमुख लक्ष्य निम्नवत् हैं :

1. भारत में और अन्यत्र खनिजों को लाभकारी बनाने, खनिजों का परिसज्जन, सघनन, प्रद्रावण, परिशोधन और निष्कर्षण सहित धातुकर्मियों और खननकारों का व्यापार एवं कारोबार करना तथा सामान्यतया सभी धातुओं और उनके उत्पादों और अयस्कों का उत्पादन एवं संरचना, क्रय एवं विक्रय तथा विशेषकर एल्युमिना, एल्युमिनियम उत्पाद और उप-उत्पादों के विनिर्माण या उत्पादन और/या कारोबार में संलग्न रहना और/या एल्युमिना, एल्युमिनियम और एल्युमिनियम उत्पाद और उप-उत्पादों की बिक्री, कारोबार या अन्य प्रबन्धन करना।

2. बॉक्साइट और अन्य एल्युमिनियम-धारक अयस्कों, एल्युमिना, एल्युमिनियम, एल्युमिनियम अयस्कों और यौगिकों, एल्युमिनियम वस्तुओं, सामानों और सभी प्रकार के उत्पादों का खनन, उत्खनन, लाभकारी बनाना, परिसज्जन, प्रद्रावण, परिशोधन, विनिर्माण, संसाधन, संरचना, क्रय या अन्यथा प्रापण, विक्रय या अन्यथा निपटान या रसायन, रसायन-यौगिकों और धातुओं, खनिजों या हरेक प्रकार की अन्य सामग्री, जो इनके लिए आवश्यक हो या जो बॉक्साइट या अन्य एल्युमिनियम-धारक अयस्कों, एल्युमिना, एल्युमिनियम और हरेक प्रकार के एल्युमिनियम उत्पादों के खनन, उत्पादन और संसाधन के परिणामस्वरूप उपलब्ध हो, का व्यवसाय करना।

3. आर्थिक निवेश के नए क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक उद्यमी के रूप में कार्य करना और ऐसे निवेशों को हाथ में लेना या हाथ में लेने में मदद करना।

4. निम्नलिखित निरूपित करना और वह केन्द्र सरकार को सिफारिश करना :

(क) एल्युमिनियम और सम्बन्धित कच्चे माल के उद्योगों के विकास के लिए एक राष्ट्रीय नीति और सभी नीतियों और तकनीकी मामलों पर सलाह देना; और

(ख) केन्द्र सरकार की नीति के एक माध्यम के रूप में कार्य करना, बशर्ते कि अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर नियन्त्रण करने की दृष्टि से, समय समय पर ऐसे दिशानिर्देश राष्ट्रपति द्वारा जारी किए गए हों।