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नाल्को ने वित्त वर्ष 2018-19 में उच्च प्रदर्शन दर्ज किया है

calender03/04/2019
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  • नालको गत 10 वर्षों में उत्पादन, उत्पादकता एवं लाभकारिता के अपने तीनों पिछले रिकार्ड तोड़े
  • नालको की पंचपटमाली बॉक्साइट खान ने लगातार तीन वर्षों के लिए 100% क्षमता उपयोग उपलब्ध किया।
  • नालको ने 2018-19 में विश्व में निम्नतम लागत के बॉक्साइट एवं एल्यूमिना उत्पादक का भूमण्डलीय मानदण्ड का प्रथम स्थान उपलब्ध किया।

भुवनेश्वर, 31rd अप्रैल 2019: नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको), खान मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक नवरत्न लोक उद्यम, और देश के अग्रणी एल्यूमिना और एल्यूमिनियम के उत्पादक तथा निर्यातक, ने वित्तवर्ष 2018-19 में चतुर्दिग सफलता और भूमण्डलीय मानदण्ड उपलब्ध किए हैं। उत्पादन के मोर्चे पर महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ साथ, नालको ने विश्वभर में एल्यूमिना के निम्नतम उत्पादक की प्रतिष्ठा उपलब्ध की है। (वुड मैकेंजी रिपोर्ट के अनुसार) और एक कदम आगे बढ़कर, इस कंपनी ने विश्वभर में निम्नतम लागत वाले बॉक्साइट उत्पादक का दर्जा भी हासिल कर लिया है।

यह उल्लेखनीय है कि 100% से अधिक क्षमता उपयोग के साथ, नालको की पंचपटमाली खान ने 74.14 लाख मेट्रिक टन का बॉक्साइट उत्खनन उपलब्ध किया, जो आरम्भ से अबतक का उच्चतम परिमाण है। बॉक्साइट परिवहन भी 72.31 लाख मे॰ट॰ का हुआ, यह भी आरम्भ से अबतक का उच्चतम है। कंपनी के एल्यूमिना परिशोधक ने अबतक का सर्वोच्च 21.53 लाख मे॰ट॰ का एल्यूमिना हाईड्रेट उत्पादन करके नया रिकार्ड बनाया है। एल्यूमिना परिशोधन के वाष्प एवं विद्युत संयंत्र ने अब तक का उच्चतम शुद्ध विद्युत सृजन उपलब्ध किया है। और फिर, एल्यूमिनियम प्रद्रावक ने 4.40 लाख मे॰ट॰ ढली धातु का उत्पादन किया, जो गत 8 वर्षों में उच्चतम है। नालको के प्रद्रावक संयंत्र ने आरम्भ से अबतक के सर्वोच्च तार छड़, लट्ठे, हरित एनोड, रॉडेड एनोड, टी-पिण्ड का उत्पादन किया। 363 मिलियन यूनिट का पवन विद्युत सृजन भी आरम्भ से अबतक का उच्चतम हुआ है।

साथ ही, नालको के प्रद्रावक संयंत्र ने भी प्रति टन एल्यूमिनियम उत्पादन पर 13,370 किलोवाट घंटे की विशिष्ट विद्युत ऊर्जा खपत उपलब्ध की, जिसने निवेश लागत में कमी लाने में बड़ी भूमिका निभाई और कंपनी को ₹ 54 करोड़ की बचत उपलब्ध हुई। नालको के ग्रहीत विद्युत संयंत्र ने कोयले की विशिष्ट खपत में 0.818 किलोग्राम/किलोवाट-प्रतिघंटे से 0.792 किलोग्राम/किलोवाट-प्रतिघंटे की कमी उपलब्ध की, जिससे ₹ 52 करोड़ की बचत हुई।

यह भी उल्लेखनीय है कि नालको ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में देशीय बिक्री में सुदृढ़ कार्य-निष्पादन किया, जो आरम्भ से अबतक का सर्वोच्च है। कुल 4.41 लाख मे॰ट॰ धातु की बिक्री दर्ज हुई, जो पिछले वर्ष पर 3.5% की वृद्धि दर्शाती है। देशीय बाजार में 4.02 लाख मे॰ट॰ धातु की बिक्री हुई, जिससे पिछले वर्ष पर 14.9% की वृद्धि दर्ज हुई है और यह आरम्भ से अबतक का उच्चतम है। और आगे, सार्वजनिक उद्यम सर्वेक्षण (डीपीई) के अनुसार वर्ष के लिए इस कंपनी को तृतीय उच्चतम “शुद्ध विदेशी मुद्रा अर्जन करनेवाले केंद्रीय लोक उद्यम” का श्रेणी निर्धारित किया गया है।