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भुवनेश्वर, 02/10/2015: भुवनेश्वर के बाहरी इलाके का एक छोटा-सा आदिवासी गाँव ‘बारापिठा’ ओड़िशा का पहला “सौर गाँव” बन गया है। आज यहाँ सौर परियोजना का श्री जयदीप नायक, आई॰पी॰एस॰, आई.जी.पी. ओड़िशा, श्री निरञ्जन साहू, आई॰ए॰एस॰, जिलाधीश एवं जिला न्यायाधीश, खोर्धा और श्री एस॰ भोई, पुलिस उप-आयुक्त, भुवनेश्वर की उपस्थिति में श्री तपन कुमार चान्द, अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध-निदेशक, नालको द्वारा उद्घाटन किया गया।
“जबकि आज हरित ऊर्जा एक लोकप्रिय शब्द बन गया है, ऐसी नवीन पहलकदमी के पीछे घरों में गैर-परम्परागत ऊर्जा के उपयोग बढ़ाना की संकल्पना थी” श्री चान्द ने कहा। करीब सौ घर-परिवारों वाले इस छोटे से उपग्राम के कायाकल्प के विचार की अवधारणा के लिए उन्होंने श्री जयदीप नायक को बधाई दी। नालको, ई.सी.सी.ओ और जैक्सन सोलर ने इस परियोजना को समर्थन दिया है।
नालको, एक पर्यावरण-सचेत संगठन के रूप में, गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के दोहन की दिशा में कई कदम उठा चुकी है। कम्पनी ने आन्ध्र प्रदेश और राजस्थान में दो पवन-ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए हैं। सौर विद्युत के क्षेत्र में, कम्पनी ने अपने निगम कार्यालय और टाउनशिप में छत पर सौर विद्युत सृजन प्रणाली स्थापित की है।. हरित पहलकदमी को बढ़ावा देनेवाले अग्रणी संगठन के रूप में नालको तेजी से ऊभर रही है।
“नालको की ओर से, मैं आश्वासन देता हूँ कि हमारी कम्पनी ऐसे नवीकरणीय उपायों को समर्थन और हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने हेतु अपने प्रयास जारी रखेगी”, श्री चान्द ने आगे कहा।
परियोजना के बारे में सूचित करते हुए , श्री जयदीप नायक ने कहा कि मोबाईल फोन और अन्य उपकरणों को चार्ज करने की सुविधा के साथ इस गाँव के प्रत्येक घर-परिवार के पास दो सौर गृह-प्रकाश-प्रणालियाँ होंगी। गाँव की सड़कें और स्कूल में मास्ट हेड लाईटिंग और स्ट्रीट लाईटिंग प्रणालियों के द्वारा शाश्वत सौर प्रकाश व्यवस्था होगी। गाँव के समुदाय केन्द्र को डिश एण्टीना सहित एक एल.ई.डी. टी.वी. प्रदान किया गया है, जो सौर विद्युत से चलता है।