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Yes,Proceedदिसंबर, 2012 में गण्डीकोटा, आंध्र प्रदेश में 50.4 मेगावाट (2.1 मेगावाट, 24 संख्यक डब्ल्यू.ई.जी.) क्षमता का प्रथम पवन विद्युत संयंत्र चालू हुआ था तथा जनवरी, 2014 में जैसलमेर, राजस्थान में लुडर्वा परिस्थल पर 47.6 मेगावाट (0.85 मेगावाट, 56 संख्यक डब्ल्यू.ई.जी.) क्षमता का दूसरा पवन विद्युत संयंत्र चालू हुआ था। वित्त वर्ष 2016-17 में देवीकोट परिस्थल, जैसलमेर, राजस्थान में 50 मेगावाट (2 मेगावाट, 25 संख्यक डब्ल्यू.ई.जी.) क्षमता का तीसरा पवन विद्युत संयंत्र तथा सांगली, महाराष्ट्र में 50.4 मेगावाट (2.1 मेगावाट, 24 संख्यक डब्ल्यू.ई.जी.) क्षमता का एक पवन विद्युत संयंत्र चालू किया गया।