नाल्को ने Rs.1,732 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ एक दशक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 29% की वृद्धि है

calender30/05/2019
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  • 2018-19 के लिए नालको का शुद्ध लाभ29% बढ़ा।
  • नालको ने 2018-19 में श्रेष्ठ प्रदर्शनकरके बाजार के रुझानों को पलट दिया, शुद्ध लाभ 29% तक बढ़ा।
  • नालको ने रु1,732 करोड़ के शुद्ध लाभ के साथ एक दशक में श्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया, पिछले वर्ष पर 29% की बढ़ोतरी हुई।
  • ब्याज, कर, मूल्यह्रास एवं ऋणशोधन पूर्व आय में नालको अपने निजी क्षेत्र की समकक्ष कंपनियों के काफी आगे है।

भुवनेश्वर, 30/05/2019: नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको), खान मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक लोक उद्यम ने अपने श्रेष्ठ भौतिक एवं वित्तीय कार्य-निष्पादन दर्ज करके एक बार फिर अपनी महत्ता सिद्ध की है।

30 मई 2019 को नई दिल्ली में हुई निदेशक मंडल की बैठक में रिकार्ड लिए गए 2018-19 के लिए लेखा-परीक्षित वित्तीय परिणामों के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान, नालको ने रु.1732 करोड़ का शुद्ध लाभअर्जित करके 29% की वृद्धि दर्ज की है अर्थात पिछले वर्ष में रु.1342.19 करोड़ के शुद्ध लाभ पर रु.390 करोड़ की वृद्धि दर्ज की है। चौथी तिमाही में कंपनी ने रु. 233 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है। वर्ष के दौरान, इस वर्ष में रु.11,386 करोड़ का कुल बिक्री कारोबार करके पिछले वर्ष पर 21% की वृद्धि दर्ज हुई है। रु.4792.71 करोड़ की निर्यात आय से भी पिछले वर्ष पर 18% की वृद्धि दर्ज हुई है।

100% क्षमता उपयोग के साथ, नालको की पंचपटमली खान ने 74.14 लाख मेट्रिक टन बॉक्साइट का उत्खनन किया है जो आरंभ से लेकर अबतक का सर्वोच्च है। बॉक्साइट का परिवहन भी 72.31 लाख मे.ट. तक पहुँच गया, जो आरंभ से लेकर अबतक का सर्वोच्च है। कंपनी के एल्यूमिना परिशोधक ने एल्यूमिना हाईड्रेट का 21.53 लाख मे.ट. का अबतक का उच्चतम उत्पादन करके नया रिकार्ड बनाया है। एल्यूमिना परिशोधक के वाष्प एवं विद्युत संयंत्र से भी  उच्चतम शुद्ध विद्युत सृजन हुआ है। और आगे, एल्यूमिनियम प्रद्रावक ने 4.40 लाख मेट्रक टन की ढली धातु का उत्पादन किया है, जो पिछले 8 वर्षों का सर्वोच्च आँकड़ा है। नालको के प्रद्रावक से तार छड़ें, लट्ठे, ग्रीन ऐनोड, रोडेड ऐनोड, टी-पिण्ड का आरंभ से अबतक का सर्वोच्च उत्पादन हुआ है। 363 मिलियन युनिट के पवन विद्युत का सृजन भी आरंभ से अब तक का सर्वोच्च हुआ है। संक्षेप में, वर्ष 2018-19 आरंभ से अबतक का सर्वोच्च उत्पादन करके नया रिकार्ड बनाने का वर्ष रहा है।

यह भी उल्लेखनीय कि नालको ने देशीय बिक्री में एक दृढ़ प्रदर्शन के साथ वित्त वर्ष 2018-19 पूरा किया है। 4.41 लाख मे.ट. की कुल धातु बिक्री हुई, जिससे पिछले वर्ष पर 3.5% की वृद्धि दर्ज  हुई है तथा 4.02 लाख मेट्रिक टन की देशीय बिक्री हुई, जो पिछले वर्ष पर 14.9% की वृद्धि दर्शाती है, जो प्रारंभ अबतक का  उच्चतम है। आगे, लोक उद्यम विभाग (डीपीई) के लोक उद्यम सर्वे के अनुसार, इस कंपनी को वर्ष के लिए देश में तीसरे उच्चतम ‘शुद्ध विदेशी मुद्रा अर्जन करनेवाले लोक उद्यम’ के रूप में श्रेणी-निर्धारण किया गया है।

नालको ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में चतुर्दिग सफलता तथा वैश्विक बैंचमार्क प्राप्त किया है। वुड मैकेंजी रिपोर्ट के अनुसार, उत्पादन के मोर्चे पर महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ, नालको ने लगातार तीन वर्षों के लिए विश्व में एल्यूमिना के निम्नतम लागतवाला उत्पादक का विशेष सम्मान प्राप्त किया है। आगे कदम बढ़ाते हुए, कंपनी ने वर्ष 2018-19 के लिए विश्व में बॉक्साइट के निम्नतम लागतवाले उत्पादक के रूप में भी श्रेणी-निर्धारण उपलब्ध किया है। लाभार्जन के मामले में, ब्याज, कर, मूल्यह्रास एवं ऋणशोधन पूर्व आय में 28% का सीमान्त दर्ज करके नालको अपने निजी क्षेत्र की समकक्ष कंपनियों के काफी आगे है।उद्योग विश्लेषकों ने नालको के शानदार प्रदर्शन का श्रेय 2016 से किए जा रहे इसके नए व्यवसाय मॉडल के क्रियान्वयन को दिया है।